सवा करोड का सट्टा करते पुलिस ने 05 को धरदबोचा, क्रिकेट वर्ल्ड कप के खुमार ने लगाई सट्टे की लत,
भोपाल। वर्तमान में क्रिकेट विश्वकप का खुमार जहॉ क्रिक्रेट प्रेमियो के सिर चढ कर बोल रहा है, ऐसे में सट्टा कारोबारियों का कारोबार भी पूरे जोरो पर है। इसी को ध्यान मे रखते हुए पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार नीमच मे थाना कुरावर की पुलिस टीम इलाके मे स्थित लसूडलिया रामनाथ में अवैध रूप से विश्वकप क्रिक्रेट के मेचो पर सट्टा का कारोबार कर रहे 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकडे गये आरोपी करीब सवा करोड से भी ज्यादा के लेन देन का सट्टा हिसाब किताब बरामद हुआ है। आला अधिकारियो ने जानकारी देते हुए बताया की करोबारियों पर दबिश देते हुए पुलिस टीम ने कुरावर के लसूडलिया रामनाथ में मुखबिर से मिली सुचना के आधार पर दबिश दी, जहां आरोपी कृपाल खाती सहित 4 अन्य लोग मोबाईल एवं लैपटॉप के साथ क्रिकेट विश्वकप के मैच पर हार जीत का दांव लगाकर सट्टा का कारोबार कर रहे थे। आरोपियो को पकडते हुए उनके साथ ही सट्टा की बुकिंग करने वाला कृपाल पिता रमेशचन्द्र खाती उम्र 30 साल निवासी ग्राम लसूडलिया रामनाथ थाना कुरावर जिला राजगढ एवं उसके साथी अंशुमन पिता रमेशचन्द्र सोनी उम्र 31 साल निवासी टीचर कॉलोनी नरसिंहगढ थाना नरसिंहगढ जिला राजगढ, नीतेश पिता रमेशचन्द्र साहू उम्र 32 साल निवासी थावरिया मोहल्लाा नरसिंहगढ, थाना नरसिंहगढ, विकास उर्फ विक्की पिता रमेशचन्द्र वर्मा उम्र 30 साल निवासी ग्राम लसूडलिया रामनाथ थाना कुरावर जिला राजगढ एवं नीतेश पिता अशोक अग्रवाल उम्र 39 साल निवासी बस स्टेण्ड कुरावर थाना कुरावर जिला राजगढ अपने मोबाईल व लैपटॉप पर ऑनलाईन सट्टे का कारोबार करते रंगे हाथ धराए। पुलिस ने बताय की आरोपी कृपाल और नितेश बुकी का काम कर रहे थे, जिन्होने ऑनलाईन सट्टा खिलाने के लिये एक सॉफ्टवेयर किराये पर ले रखा था, जबकि अन्य लोग सट्टा खिलाने के लिये ग्राहको की व्य्वस्था देखते थे। आरोपी नीतेश सॉफ्टवेयर के माध्यम से ग्राहको को एक लिंक उपलब्ध कराता था, एवं ग्राहक से उस लिंक के जरिये पैसे लिये जाते थे, संबंधित क्लाईंट द्वारा लिंक को एक्सेस करने के लिये एक आईडी एवं पासवर्ड की आवश्यकता होती थी, जो उसे काफी गोपनीय तरीके शातिर आरोपियो द्वारा प्रदान किया जाता है। अधिकारियो ने आगे बताय की उस लिंक को एक कैप्चा क्लियर कर एक्सेस करने के बाद ही क्लाईंट को खेल में पैसा लगाने के लिये कॉईन की आवश्यंकता होती है, क्लाईंट को जितने कॉईन की आवश्यकता होती थी, उतने रूपयों के कॉईन उसे बुकी को पैसे भेजकर प्राप्त करने होते थे उसके बाद शुरू होता था सट्टा लगाने का खेल। कॉईन की उपलब्धता के बाद क्लाईंट अपने कॉईन का इस्तेमाल कर हार जीत का दाव लगाता है जिसमें हारने एवं जीतने का हिसाब इन पांच लोगों द्वारा अपने पास रजिस्टर में लिख लिया जाता है जिसके अनुसार ही क्लाईंट से पैसे का लेन देन किया जाता है। अफसरो के अनुसार शातिर आरोपियो मे शामिल कृपाल खाती के पास से एक रजिस्टर जिसमें ग्राहकों का 1,04,51,920 रूपये हिसाब लिखा हुआ, नगदी 4880 रूपये एक मोबाईल जप्त किया गया। आरोपी कृपाल खाती के खिलाफ मामला दर्जकर उसे गिरफ्तार किया गया। वही आरोपी अंशुमन सोनी के पास से कॉपी जिसमें ग्राहकों का 19,15,940 रूपये का हिसाब लिखा हुआ, नगदी सहित मोबाईल, नीतेश साहू के पास से एक कॉपी जिसमें ग्राहकों का 82,120 रूपये का हिसाब लिखा हुआ, नगदी सहित मोबाईल , आरोपी विकास वर्मा के पास से एक कॉपी जिसमें ग्राहकों का 2,16,700 रूपये का हिसाब लिखा हुआ, नगदी सहित मोबाईल एवं आरोपी नीतेश अग्रवाल के पास से एक कॉपी जिसमें ग्राहकों का 2,01105 रूपये का हिसाब लिखा हुआ, नगदी सहित मोबाईल एवं लैपटॉप जप्त कर सभी के खिलाफ गैम्बलिंग एक्ट सहित अन्य धाराओ के तहत प्रकरण दर्जकर उन्हे गिरफ्तार किया गया।