शावक की मौत के बाद जागा महकमा जंगल मे झोंकी ताकत,बाघिन नही हुई ट्रेस

शावक की मौत के बाद जागा महकमा जंगल मे झोंकी ताकत,बाघिन नही हुई ट्रेस
50 ट्रैप कैमरे 4 रेन्ज का अमला लगा खोज में
फुट प्रिंट के सहारे जारी है बाघिन की तलाश
बैतूल ।बीते सप्ताह कॉलर आईडी गिरने के बाद से लापता हुई बाघिन ओर शावक में से शावक का शव मिलने के बाद वन महकमे में खलबली मच गई ।कल देर शाम सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के वाइल्ड लाइफ के डाक्टर ओर अधिकारियों की मौजूदगी में शावक का पोस्टमार्टम कर अग्नि दी गई । उत्तर वन मण्डल के डीएफओ राकेश डामोर ने बताया कि शार्ट पीएम रिपोर्ट में शावक की मौत की वजह भूख और गर्मी सामने आई है ।श्री डामोर के मुताबिक बाघिन ने पहली बार शावक को जन्म दिया है इसलिए इसके व्यवहार में बदलाव भी एक वजह हो सकती है ।
4 रेंज का अमला जुटा तलाश में
डीएफओ राकेश डामोर ने बताया की उत्तर वन मण्डल की शाहपुर,
रानीपुर ,बैतूल ओर दक्षिण वन मण्डल की आमला रेंज के वन अमले को बाघिन की तलाश में लगा दिया है ।
फिलहाल बाघिन के फुट प्रिंट ही मिले है । सुरक्षा के लिहाज से गोपनीयता बरती जारही है ।
50 ट्रैप कैमरे लगाए जंगल मे
कॉलर आईडी गिरने के बाद से लापता हुई बाघिन को तलाशने वन मण्डल स्तर पर लगभग 25 कैमरे लगाए थे लेकिन शावक का शव मिलने के बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से भी 25 कैमरे बुलाये गए है जिन्हें संभावित क्षेत्रों में लगा रखा है और प्रतिदिन मॉनीटिरिंग की जारही है ।
तेंदुआ भालू ओर अन्य वन्यजीव कैमरे में हुए कैद
बैतूल रेन्ज में लगाये गये कैमरों में बाघिन को छोड़ तेंदुआ, भालू ओर अन्य वन्यप्राणी ट्रैप कैमरों में कैद हो गए लेकिन बाघिन अभी भी लापता है ।
टीम को मिले फुट प्रिंट
जंगल में लगातार गश्त कर रहे गश्ती दल को बाघिन के फुट प्रिंट कुछ नमी वाले क्षेत्रों में मिले है जिस के बाद महकमे के आला अधिकारियों ने राहत की सांस ली है ।
इनका कहना है
शावक का शव मिलने के बाद विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में अन्तयेष्टि की गई है प्रथम दृष्टया शावक की मौत भूख से हुई है गश्ती दल बढा दिए है बाघिन सुरक्षित है ।
ए के सिंह
प्रभारी सीसीएफ
वन वृत्त बैतूल