जल जीवन बनाम भ्रष्टाचार मिशन (तरतीबवार-5) कुंडी में एक करोड़ की योजना रिवाइज़ होकर पंहुची दो करोड़ ग्

जल जीवन बनाम भ्रष्टाचार मिशन
(तरतीबवार-5)
कुंडी में एक करोड़ की योजना रिवाइज़ होकर पंहुची दो करोड़
ग्रामीणों के घरों में चार महीनों से नही आया नलों से पानी,कुएं से पानी लाकर बुझा रहे अपनी प्यास
अपनों को उपकृत करने के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही योजना
बैतूल। मोदी सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना का अधिकारी ही पलीता लगा रहे हैं. बैतूल में पीएचई अधिकारियों ने कागजों पर नल कनेक्शन और पानी स्पलाई होना दर्शा दिया और योजना व्यवस्थित रूप चलना बता रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. ऐसे में जल जीवन मिशन योजना में भ्रष्टाचार की बू आ रही है. मिशन में बाहरी ठेकेदारों ने पीएचई अधिकारियों के संरक्षण में घोर लापरवाही कर रखी। कार्यो का भौतिक सत्यापन हुआ तो ठेकेदारों के साथ ही अधिकारी भी नपेंगे। वंही पूरे मामले की बारीकियों से जांच होनी चाहिए और भ्रष्टाचार पाए जाने पर ठेकेदारों के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों से किए गए भ्रष्टाचार की राशि का पाई-पाई वसूल होना चाहिए। बहरहाल आज हम बात कर रहे है शाहपुर ब्लॉक की कुंडी पंचायत में हुए जल जीवन मिशन के कार्य की। शाहपुर ब्लॉक मुख्यालय से महज 5 किमी दूर स्थित कुंडी में पीएचई विभाग ने पहले 1 करोड़ 30 लाख की लागत से घरों में नलों के माध्यम से पानी सप्लाई करने का काम शुरू किया था। योजना जनवरी 2020 में शुरू की गई थी जिसमे गांव के घरों में 493 नल कनेक्शन देना प्रस्तावित किया गया था। विभाग के इंजीनियर आर.वी.सक्सेना के मुताबिक यह योजना बाद में रिवाइज होकर 2 करोड़ 6 लाख की हो गई। जिसका काम पीएचई विभाग द्वारा ठेकेदार राजपूत को दिया गया था। ठेकेदार ने गांव में पानी की टंकी भी बना दी और गांव में कुछ क्षेत्रों में पाइपलाइन भी बिछा कर घरों में कनेक्शन भी दे दिए। सक्सेना जी के मुताबिक योजना दिसंबर 2020 में पंचायत को हैंडओवर भी कर दी गई है। वंही इंजीनियर साहब यह भी बता रहे थे कि गांव के एक इलाके में 20 घरों तक पाइपलाइन लाइन पंहुची नही है। लेकिन जब हम गांव पंहुचे तो जमीनी हालात कुछ और ही बयां कर रहे थे। ग्रामीणों के मुताबिक पूरे गर्मी के सीज़न भर गांव में नलों से पानी नही आया है। ग्रामीण आज भी कुँए और दूसरे जल स्रोतों से अपने दैनिक जीवन मे पानी की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। जब हमने गांव के सचिव से बात की तो उन्होंने चौकाने वाली बात बताई की पंचायत ने अभी तक योजना को हैंडओवर नही लिया है क्योंकि गांव में ठीक से काम नही हुआ है। अब सवाल यही उठ रहा है कि पीएचई ने योजना हैंडओवर कर दी और पंचायत ने ली नही तो आखिरकार इंजीनियर सहाब सहित पीएचई ने किसे योजना हैंडओवर कर दी।
2 करोड़ खर्च करने के बाद ग्रामीणों को कुएं से लाना पड़ रहा पानी
गांव के ग्रामीण रामदास उईके की माने तो कुंडी गांव में गर्मी के इस सीजन में पानी की बहुत बुरी स्थिति है 4 महीनों से गांव में पानी नही आया है एक कुँए से गांव वाले पानी ला रहे है। गांव की महिला ललिता इरापचे ने बताया कि गांव में पानी की बहुत समस्या है कुएं से पानी लाना पड़ता है। नल जल योजना में बिल्कु पानी नही आ रहा है पानी दे ही नही रहे है। दुसरो के कुँए से पानी लाते है।पूरे गांव में ही ऐसी स्थिति है। कुंडी पंचायत के सचिव भूपेंद्र वर्मा से हुई चर्चा में बताया कि योजना को अभी तक पंचायत ने हैंडओवर नही लिया है। ग्रामीणों को ठीक से पानी नही मिल पा रहा है। ठेकेदार की मोटरें कई बार जल चुकी है जिसकी लिखित में शिकायत करने के बाद महीनों बाद सुधारने आते है। तीन महीने से मोटरें बंद है जो काम हुए है उसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है घरों में नल लगे हैं उनके स्टैंड टूट रहे है पूरे गांव में लाइन नही डली है। नलों में टोटी भी नही लगी है। मैंने पीएचई शाहपुर में शिकायत कर चुका हूं।
इंजीनियर साहब अधूरी योजना हैंडओवर होना बता रहे
कुंडी में हुए जल जीवन मिशन में पीएचई के अधिकारीयों के संरक्षण में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। 1 करोड़ की योजना रिवाइज़ होकर 2 करोड़ पर पंहुच गई लेकिन ग्रामीणों के घरों में आज भी पानी नही पंहुच रहा है। जो आधा अधूरा काम कुंडी में हुआ है वह भी बेहद घटिया किया गया है। गांव के कई घरों में आज तक न तो पाइपलाइन गई है ना ही नल कनेक्शन हुए है लेकिन इंजीनियर साहब आर वी सक्सेना योजना हैंडओवर होना बता रहे हैं। इसके पीछे के कारण पीएचई के अधिकारियों के चहितों को उपकृत करने की मनसा साफ़ ज़ाहिर होती है। गांव में ठेकेदार आते नही है कोई सक्सेना ही अभी गांव में ठेकेदार का पूरा काम देखता है। उनके मुताबिक भी योजना हैंडओवर हो गई है और एक साल के मेंटेनेंस में है जो अक्टूबर में पूरा हो जाएगा। कुछ घरों में कनेक्शन देने है लेकिन वर्कर नही मिलने से अभी काम नही हुआ है।
इनका कहना है
योजना अभी हैंडओवर नहीं हुई है मेंटीनेंस में चल रही है।
रवि वर्मा
प्रभारी एसडीओ,पीएचई शाहपुर